सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी में सोते हैं और देवउठनी एकादशी के दिन चार माह के बाद योग निद्रा से जागते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन से ही वह सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं।
इस दिन से सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है, उसे वैकुंठ की प्राप्ति हो सकती है और सभी दुखों से भी छुटकारा मिल सकता है। अगर आप एकादशी के दिन व्रत का पुण्यफल पाना चाहते हैं, तो कुछ नियमों के बारे में जानना जरूरी है।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि देवउठनी एकादशी के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
देवउठनी एकादशी के दिन जरूर करें ये काम